As the country celebrates the 72nd Independence Day, and the Prime Minister promises of a growing economy from the ramparts of the red fort, the subjugation of nature and humanity continues. As few prosper at the cost of many who still yearn for freedom, on this day we bring to you a ‘Make in India’ story from Baddi in Himachal Pradesh. In solidarity with all living entities who continue struggling for freedom from oppression…
एक तरफ देश ७२ वा स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और लाल किले से प्रधान मंत्री देश के विकास के गुण गान कर रहें हैं और दूसरी ओर प्रकृति और मानवता का दमन जारी है. चंद मुट्ठी भर लोगों की खुशहाली की कीमत वो अदा कर रहें हैं जो आज भी आज़ादी के लिए प्यासे हैं. इस दिवस पर हम प्रस्तुत करते हैं, बद्दी (हिमाचल प्रदेश) से ये ‘मेक इन इंडिया’ की कहानी. उन सभी को समर्पित जो आज भी आज़ादी के लिए संघर्षशील हैं….